नतमस्तक हो गई मानवता देखो जरा इनके संस्करों को नतमस्तक हो गई मानवता देखो जरा इनके संस्करों को
देवी के मनाइब बनी हम नचनिया ये बालम। देवी के मनाइब बनी हम नचनिया ये बालम।
दूसरों की मदद करने वाले आज खुद की परिस्थिति से जूझ रहे। दूसरों की मदद करने वाले आज खुद की परिस्थिति से जूझ रहे।
ये लंगोटधारी ये लंगोटधारी
लूट गया सब कुछ यूं खड़ा खड़ा बूंद बूंद वो गिर पड़ा.. लूट गया सब कुछ यूं खड़ा खड़ा बूंद बूंद वो गिर पड़ा..
गर्मी की तपन न ठंड की कंपन, मन प्रफुल्लित जो करे बाग देख हरी-भरे गर्मी की तपन न ठंड की कंपन, मन प्रफुल्लित जो करे बाग देख हरी-भरे